
02 फरवरी 2025 को बसंत पंचमी (Basant Panchami 2025) का पर्व पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह दिन विशेष रूप से ज्ञान, विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन यदि विधिपूर्वक सरस्वती मंत्रों का जाप किया जाए, तो व्यक्ति की शिक्षा, करियर और बौद्धिक क्षेत्र में आने वाली बाधाएं दूर हो सकती हैं। इस शुभ अवसर पर, हम आपको बताएंगे कि किन मंत्रों का जाप कर मां सरस्वती की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
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बसंत पंचमी 2025 का महत्व
बसंत पंचमी को विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती के प्रकट दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से विद्यार्थी, शिक्षक, कलाकार, लेखक और अन्य बौद्धिक कार्यों से जुड़े लोग मां सरस्वती की पूजा करते हैं। इस पर्व के दौरान पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह रंग ज्ञान, ऊर्जा और सकारात्मकता का प्रतीक होता है।
यह पर्व न केवल भारत बल्कि नेपाल, बांग्लादेश और अन्य कई देशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन खासतौर पर स्कूलों, कॉलेजों और शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है।
बसंत पंचमी 2025: मां सरस्वती के चमत्कारी मंत्र
बसंत पंचमी के दिन यदि विशेष मंत्रों का जाप किया जाए, तो यह करियर में सफलता, विद्या में वृद्धि और बौद्धिक क्षमता के विकास में मददगार साबित हो सकते हैं। नीचे कुछ महत्वपूर्ण मंत्र दिए जा रहे हैं, जिनका जाप इस दिन करना लाभदायक होगा।
मां सरस्वती का बीज मंत्र
ॐ ऐं सरस्वत्यै नमः।
- यह मंत्र मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए सबसे सरल और प्रभावी माना जाता है। इसे 108 बार जाप करने से ज्ञान और बुद्धि का विकास होता है।
विद्या प्राप्ति के लिए सरस्वती मंत्र
सरस्वति नमस्तुभ्यं वरदे कामरूपिणि।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा॥
- इस मंत्र के जाप से विद्यार्थियों को पढ़ाई में एकाग्रता और सफलता प्राप्त होती है।
संगीत एवं कला क्षेत्र में उन्नति के लिए मंत्र
या कुन्देन्दुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृता।
या वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना॥
- यह मंत्र विशेष रूप से संगीतकारों, गायकों और कलाकारों के लिए लाभकारी होता है।
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बसंत पंचमी पर पूजन विधि
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा विधिपूर्वक करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस दिन पूजा करने के लिए निम्नलिखित विधि अपनाई जा सकती है:
- प्रातःकाल स्नान करके पीले वस्त्र धारण करें।
- मां सरस्वती की मूर्ति या चित्र को पीले वस्त्र से सजाएं।
- देवी को पीले फूल, हल्दी, चंदन और अक्षत अर्पित करें।
- मां सरस्वती को विशेष रूप से खीर, मालपुआ और मिश्री का भोग लगाएं।
- पूजा के दौरान ऊपर बताए गए मंत्रों का जाप करें।
- पूजा के पश्चात विद्यार्थियों को पुस्तक, कॉपी और पेन माता के चरणों में अर्पित कर आशीर्वाद लें।
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बसंत पंचमी और शिक्षा का महत्व
बसंत पंचमी (Basant Panchami 2025) का पर्व विद्यार्थियों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन कई शिक्षण संस्थानों में सरस्वती पूजन किया जाता है, जिससे विद्यार्थियों में पढ़ाई के प्रति रुचि और बुद्धिमता में वृद्धि होती है, इस दिन बच्चे अपनी पहली लिखाई (विद्यारंभ संस्कार) भी करते हैं। यह दिन परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि मां सरस्वती की कृपा से एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
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करियर और व्यवसाय में सफलता के लिए उपाय
यदि कोई व्यक्ति अपने करियर में बाधाओं का सामना कर रहा है, तो बसंत पंचमी के दिन कुछ उपाय करके अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है:
- मां सरस्वती के बीज मंत्र का जाप करें।
- श्वेत वस्त्र और पीले रंग की वस्तुएं दान करें।
- विद्यार्थियों को पुस्तकें और लेखन सामग्री दान करें।
- वीणा या संगीत वाद्ययंत्रों की पूजा करें।
- हवन कर सरस्वती मंत्रों का उच्चारण करें।