
चित्रकूट में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को नेशनल हाईवे-135 (NH-135) से जोड़ने के लिए लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 16 किलोमीटर होगी। सरकार इस परियोजना पर तेजी से काम कर रही है और इसके निर्माण के बाद चित्रकूट से बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी और बेहतर हो जाएगी।
13 गांवों से होकर गुजरेगा लिंक एक्सप्रेसवे
यह लिंक एक्सप्रेसवे चित्रकूट के 13 गांवों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से इन गांवों में विकास की संभावनाएं बढ़ेंगी और जमीन की कीमतों में भारी इजाफा होगा। सरकार ने इस परियोजना के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिसमें अब तक 70% से अधिक जमीन अधिग्रहित की जा चुकी है। जिन गांवों से यह एक्सप्रेसवे होकर गुजरेगा, वे निम्नलिखित हैं:
- गोंडा
- भारतपुर भैंसौंधा
- रामपुर माफी
- भारतपुर तरांव
- भरथौल
- मछरिहा
- रानीपुर खाकी
- शिवरामपुर
- सीतापुर माफी
- खुटहा
- रानीपुर भट्ट
- चकला राजरानी
- अहमदगंज
16 किलोमीटर लंबा होगा लिंक एक्सप्रेसवे
इस लिंक एक्सप्रेसवे की लंबाई 16 किलोमीटर होगी और इसके लिए 166.55 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके बनने से चित्रकूट से बुंदेलखंड की यात्रा आसान और तेज हो जाएगी। यह प्रोजेक्ट सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को मजबूत करने में सहायक होगी।
किन प्रमुख स्थानों को जोड़ेगा लिंक एक्सप्रेसवे?
इस लिंक एक्सप्रेसवे का एक महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि यह बेड़ी पुलिया, रामघाट और परिक्रमा मार्ग को भी जोड़ेगा। इसके साथ ही, इसे चित्रकूट एयरपोर्ट से जोड़ने की योजना है, जिससे अन्य राज्यों से चित्रकूट पहुंचना और सुगम हो जाएगा। इतना ही नहीं, इसे मध्य प्रदेश के सतना जिले से भी जोड़ा जाएगा, जिससे दोनों राज्यों के बीच यातायात और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
1200 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा निर्माण
योगी सरकार इस लिंक एक्सप्रेसवे के लिए 1200 करोड़ रुपये का बजट जारी कर चुकी है। इस बजट में से 230 करोड़ रुपये सिर्फ जमीन अधिग्रहण के लिए रखे गए हैं। सरकार चाहती है कि इस एक्सप्रेसवे का काम जल्द से जल्द पूरा हो और यह अगले डेढ़ से दो वर्षों में जनता के लिए खुल जाए।
प्रारंभ में फोर लेन, भविष्य में छह लेन होगा एक्सप्रेसवे
- शुरुआती चरण में इस लिंक एक्सप्रेसवे को फोर लेन के रूप में विकसित किया जाएगा, लेकिन भविष्य में इसे छह लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के रूप में विस्तार दिया जाएगा। इससे यातायात सुगम होगा और लोगों को बेहतर सड़क सुविधा मिलेगी।
चित्रकूट में विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण से चित्रकूट और बुंदेलखंड के आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। यहां की स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और व्यापार-व्यवसाय को नई ऊंचाइयां मिलेंगी। इसके अलावा, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा क्योंकि चित्रकूट धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान है।