
मध्य प्रदेश सरकार ने ग्वालियर व्यापार मेले को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है, जो वाहन खरीदारों के लिए खुशखबरी लाया है। राज्य सरकार ने आदेश जारी करते हुए घोषणा की है कि ग्वालियर व्यापार मेला 2024-25 में गैर-परिवहन यानों जैसे मोटरसाइकिल, मोटरकार, ओमनी बस और हल्के वाहनों की बिक्री पर आजीवन मोटरयान कर (Lifetime Motor Vehicle Tax) में 50% छूट दी जाएगी।
यह छूट केवल उन्हीं वाहनों पर लागू होगी, जिनका स्थायी पंजीकरण ग्वालियर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) में कराया जाएगा।
किन वाहनों और खरीददारों को मिलेगा लाभ
सरकार के आदेश के अनुसार, ग्वालियर व्यापार मेले में छूट का लाभ उठाने के लिए यह आवश्यक होगा कि वाहन की स्थायी पंजीकरण प्रक्रिया ग्वालियर आरटीओ से पूरी की जाए। इसके अलावा, बाहरी ऑटोमोबाइल डीलर्स को ग्वालियर क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से व्यवसाय प्रमाण-पत्र प्राप्त करना होगा और मेले में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी।
यह कदम खासतौर पर उन खरीदारों को बड़ी राहत देगा जो नए वाहनों की खरीद का प्लान बना रहे हैं।
उज्जैन मेले में भी मिल रही है छूट
ग्वालियर के साथ-साथ उज्जैन में आयोजित होने वाले विक्रमोत्सव व्यापार मेले में भी सरकार ने वाहन खरीदी पर आजीवन मोटरयान कर की दर में 50% छूट का निर्णय लिया है। उज्जैन का यह मेला 2024-25 में एक मार्च से शुरू होकर 40 दिनों तक चलेगा।
मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के अनुसार, यह छूट उज्जैन और ग्वालियर दोनों मेले में समान रूप से लागू होगी। इस निर्णय से राज्य के विभिन्न हिस्सों में वाहन बिक्री को बढ़ावा मिलेगा और व्यापारियों को भी नए अवसर प्राप्त होंगे।
ग्वालियर व्यापार मेला
ग्वालियर व्यापार मेला हर साल 25 दिसंबर से शुरू होता है और यह दो महीने यानी 25 फरवरी तक चलता है। इस मेले को देशभर में अपनी भव्यता और व्यापारिक संभावनाओं के लिए जाना जाता है।
सिंधिया परिवार द्वारा शुरू किया गया यह मेला व्यापार और पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गया है। मेले में न केवल मध्य प्रदेश, बल्कि अन्य राज्यों से भी कारोबारी और खरीदार आते हैं।
इस बार, मेला प्रशासन ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र में छूट की घोषणा करके इसे और भी आकर्षक बना दिया है। वाहन खरीदारों के लिए यह मेला खासतौर पर महत्वपूर्ण होगा क्योंकि यह छूट उनकी खरीदी को किफायती बनाएगी।
उज्जैन विक्रमोत्सव मेला
उज्जैन में मार्च 2024 से शुरू होने वाले विक्रमोत्सव व्यापार मेले को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। इस मेले की शुरुआत विक्रम संवत के नाम पर की गई थी और यह उज्जैन जिले की प्रमुख पहचान है।
सीएम मोहन यादव का गृह जिला होने के कारण इस मेले को विशेष प्राथमिकता दी जाती है। वाहन खरीद पर कर में छूट का यह निर्णय मेले को और ज्यादा सफल बनाने की दिशा में एक अहम कदम साबित होगा।
मेला व्यापार और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
ग्वालियर और उज्जैन जैसे व्यापार मेलों में कर छूट के ऐसे फैसले न केवल व्यापार को प्रोत्साहित करते हैं, बल्कि क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी नई ऊर्जा प्रदान करते हैं। यह कदम राज्य में व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा।
इस छूट से वाहन उद्योग में तेजी आने की संभावना है और राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।