
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी 2025 को आम बजट पेश करेंगी। केंद्रीय बजट 2025 पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुई हैं। इस बार बजट में सोने (Gold) को लेकर बड़ा फैसला लिए जाने की संभावना है। सीएनबीसी टीवी-18 की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने पर विचार कर रही है। अगर ऐसा होता है, तो सोने का आयात महंगा हो जाएगा, जिससे बाजार में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है।
बजट 2025 में हो सकता है बड़ा बदलाव
1 फरवरी 2025 को जब वित्त मंत्री बजट पेश करेंगी, तो सोना और चांदी (Gold and Silver) पर इंपोर्ट ड्यूटी को लेकर नए नियम सामने आ सकते हैं। रिपोर्ट्स की मानें, तो सरकार गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने की तैयारी कर रही है। अगर कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई, तो आयात की लागत बढ़ेगी, जिससे घरेलू बाजार में सोने के दाम में वृद्धि हो सकती है।
पिछले साल 2024 में, वित्त मंत्री ने इंपोर्ट ड्यूटी में 9% की कटौती कर इसे 15% से घटाकर 6% कर दिया था। यह कटौती 2013 के बाद पहली बार थी जब इंपोर्ट ड्यूटी को 10% से नीचे लाया गया था। इससे गोल्ड के आयात में तेजी आई, लेकिन इसका ज्वेलरी एक्सपोर्ट पर सकारात्मक असर नहीं दिखा।
2024 में सोने के इंपोर्ट में बड़ा उछाल
2024 में इंपोर्ट ड्यूटी घटने के बाद सोने के आयात में तेज वृद्धि दर्ज की गई। अगस्त 2024 तक सोने का आयात लगभग 104% बढ़कर 10.06 अरब डॉलर हो गया। हालांकि, रत्न और ज्वेलरी (Gems and Jewelry) एक्सपोर्ट में 23% से ज्यादा की गिरावट आई।
सरकार का मानना है कि इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती से सोने का आयात तो बढ़ा, लेकिन इससे एक्सपोर्ट इंडस्ट्री को ज्यादा फायदा नहीं हुआ। इसी वजह से अब 2025 के बजट में सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का फैसला ले सकती है ताकि सोने के आयात को नियंत्रित किया जा सके।
सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी का प्रभाव
जब भारत अन्य देशों से सोना खरीदता है, तो उस पर कस्टम ड्यूटी (Custom Duty) लागू होती है। यह ड्यूटी सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) के जरिए तय की जाती है।
अगर बजट 2025 में कस्टम ड्यूटी बढ़ती है, तो इसका सीधा असर बाजार पर पड़ेगा। आम उपभोक्ताओं को सोना महंगे दाम पर खरीदना पड़ेगा। इससे गोल्ड ज्वेलरी की कीमतों में भी बढ़ोतरी होगी, जो शादी-ब्याह के सीजन में आम जनता की जेब पर असर डालेगा।
2024 में इंपोर्ट ड्यूटी कटौती के बाद क्या हुआ?
2024 में इंपोर्ट ड्यूटी घटाए जाने का मुख्य उद्देश्य रत्न और ज्वेलरी एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना था। लेकिन एक्सपोर्ट इंडस्ट्री में उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले। सरकार ने सोने की बढ़ती मांग को देखते हुए इस बार बजट 2025 में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने का मन बनाया है।
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि अगर कस्टम ड्यूटी बढ़ती है, तो इससे सोने के दामों में तेजी आएगी। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी से घरेलू बाजार में निवेश (Investment) पर असर पड़ सकता है।
1 फरवरी को होगा बड़ा फैसला
केंद्रीय बजट 2025 के तहत वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के फैसले पर सबकी नजरें हैं। अगर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई जाती है, तो यह सोने की कीमतों को सीधे प्रभावित करेगी। सोने की बढ़ती कीमतें आम आदमी और व्यापारियों दोनों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती हैं।