
बजट 2025 में क्या बैंकों को हफ्ते में सिर्फ 5 दिन काम करने की मंजूरी मिलेगी? यह एक बड़ा सवाल है जो इस समय देशभर के बैंक कर्मचारियों और ग्राहकों के मन में तैर रहा है। बैंक कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से की जा रही मांग के बाद, अब सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस पर विचार कर रहे हैं। अगर यह प्रस्ताव लागू हुआ, तो बैंकिंग घंटों में बदलाव होंगे, जिससे बैंक कर्मचारियों को अतिरिक्त राहत मिलेगी और ग्राहकों को भी बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
हफ्ते में 5 दिन काम करने की मांग
बैंक कर्मचारी लंबे समय से सरकार से हफ्ते में 5 दिन काम करने का अनुरोध कर रहे हैं। वर्तमान में, बैंकों में प्रत्येक महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छुट्टी रहती है। इसके अलावा, हर रविवार को भी बैंक बंद रहते हैं। हालांकि, एक शनिवार को बैंक काम करता है और अगले शनिवार को छुट्टी होती है। बैंक कर्मचारी यूनियनों का कहना है कि हफ्ते में 5 दिन काम करने से बैंक कर्मचारियों को अतिरिक्त राहत मिलेगी। इसके साथ ही, बैंक कर्मचारियों को महीने में 6 छुट्टियों की जगह 8 छुट्टियां मिल सकती हैं।
यह प्रस्ताव भारतीय बैंक्स एसोसिएशन (IBA) और बैंक यूनियनों के बीच पहले ही सहमति से पास हो चुका है, लेकिन इस पर अंतिम निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय को लेना है। अब यह उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार बजट 2025 में इस पर ऐलान कर सकती है।
क्या होगा नया बैंकिंग समय?
अगर सरकार इस प्रस्ताव को मंजूरी देती है तो बैंकिंग घंटों में 40 मिनट का इजाफा हो सकता है। इसका मतलब होगा कि बैंकों की शाखाएं सुबह 9:45 बजे से खुलेंगी, जो कि पहले 10 बजे के आसपास खुलती थीं। इसके साथ ही, शाम में बैंक की शाखाएं 5:30 बजे तक खुली रहेंगी, जबकि पहले यह 5 बजे तक बंद हो जाती थीं। इस बदलाव से बैंक कर्मचारियों का कामकाजी समय 40-45 मिनट तक बढ़ जाएगा। हालांकि, यूनियनों का कहना है कि इस बदलाव से ग्राहक सेवाओं पर कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा और ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
बैंक कर्मचारियों के अनुसार, इस कदम से काम के घंटों में थोड़ी वृद्धि तो होगी, लेकिन यह बैंकों को अपनी सेवाएं और बेहतर तरीके से देने का अवसर भी प्रदान करेगा। इसके साथ ही, ग्राहक भी बिना किसी परेशानी के बैंक की सेवाओं का उपयोग कर सकेंगे, क्योंकि सप्ताह में पांच दिन बैंक खुले रहेंगे और ग्राहकों को अपने कामकाजी समय में आसानी होगी।
क्या है सरकारी मंजूरी का मामला?
मार्च 2024 में भारतीय बैंक्स एसोसिएशन (IBA) और बैंक यूनियनों के बीच इस प्रस्ताव पर सहमति बन चुकी थी। हालांकि, इस पर अंतिम फैसला भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और वित्त मंत्रालय की मंजूरी पर निर्भर है। बैंक कर्मचारी इस उम्मीद में हैं कि सरकार बजट 2025 में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है, जिससे उनका कामकाजी समय कुछ हद तक बढ़ जाएगा, लेकिन उन्हें हफ्ते में अधिक छुट्टियां मिलेंगी।
बजट 2025 में क्या होगा?
1 फरवरी 2025 को मोदी सरकार अपना तीसरा पूर्ण बजट पेश करेगी, और इस बार की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश की जाने वाली बजट में बैंकों के हफ्ते में 5 दिन काम करने की संभावना को लेकर घोषणा हो सकती है। यदि ऐसा होता है, तो बैंक कर्मचारियों को राहत मिलने के साथ-साथ बैंकों के संचालन में भी बदलाव देखने को मिल सकते हैं। बैंक कर्मचारियों और ग्राहकों दोनों के लिए यह एक सकारात्मक कदम साबित हो सकता है।
सरकार की मंजूरी मिलने के बाद ही बैंकों के कामकाजी समय में बदलाव हो सकता है और यह बदलाव ग्राहकों के लिए भी फायदे का सौदा हो सकता है, क्योंकि बैंकों की शाखाएं अब हफ्ते में पांच दिन खुलेंगी और ग्राहकों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी।
क्या होगा ग्राहकों पर असर?
बैंक कर्मचारी यूनियनों का मानना है कि इस बदलाव से ग्राहकों की सेवाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंकों के घंटे बढ़ने से ग्राहकों को केवल सुविधा होगी, क्योंकि वे अपने कामकाजी समय के हिसाब से अधिक समय तक बैंकों की सेवाएं ले सकेंगे। इस बदलाव से कस्टमर सर्विस बेहतर हो सकती है और बैंकों की शाखाएं ज्यादा समय तक खुले रहने से ग्राहकों को समस्या नहीं होगी।
निष्कर्ष
बजट 2025 में बैंकों के हफ्ते में 5 दिन काम करने का प्रस्ताव लागू होने की उम्मीद जताई जा रही है। इसके लिए भारतीय रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय की मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। अगर सरकार इस पर निर्णय लेती है, तो बैंकों के कार्य समय में बदलाव हो सकता है और बैंक कर्मचारियों को छुट्टियों के अधिक अवसर मिल सकते हैं। इसके अलावा, ग्राहकों को भी सेवा लेने में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।