
पंजाब में 26 जनवरी से ट्रैफिक नियमों का पालन करवाने के लिए नई डिजिटल योजना शुरू होने जा रही है। इस योजना के तहत अब ट्रैफिक उल्लंघन करने वालों को कैमरों के जरिए ई-चालान (E-Challan) जारी किया जाएगा। यह पहल शुरूआती चरण में लुधियाना, जालंधर, अमृतसर और मोहाली में लागू की जाएगी, जिसे बाद में पूरे राज्य में विस्तारित किया जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस ने दिसंबर और जनवरी में इस योजना का ट्रायल किया था, जिसमें 452 लोगों को ई-चालान जारी किए गए। इस योजना का उद्देश्य नियम तोड़ने वालों पर सख्ती के साथ ही ट्रैफिक संचालन को सुव्यवस्थित बनाना है।
ई-चालान योजना की शुरुआत और तरीका
पंजाब ट्रैफिक विभाग के ए.डी.जी.पी. एस. राय ने जानकारी दी है कि 26 जनवरी से चार प्रमुख शहरों में यह योजना लागू कर दी जाएगी। सिग्नल जंपिंग, स्टॉप लाइन उल्लंघन, और बिना हेलमेट वाहन चलाने जैसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आधुनिक तकनीक से लैस कैमरे लगाए गए हैं।
कैमरों के जरिए चालान की प्रक्रिया इस प्रकार होगी: जैसे किसी भी ट्रैफिक उल्लंघन करने वालों की तस्वीरें और वीडियो कैमरों द्वारा कैप्चर की जाएंगी। और उस वाहन के पंजीकृत मालिक के पते पर चालान भेजा जाएगा। साथ ही चालान का भुगतान ऑनलाइन पोर्टल पर करना होगा।
RC लॉक होने का सख्त प्रावधान
योजना को प्रभावी बनाने के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। चालान का समय पर भुगतान न करने पर वाहन की रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) ऑनलाइन पोर्टल पर लॉक कर दी जाएगी। इसके कारण वाहन मालिक RTO ऑफिस में RC ट्रांसफर, रिन्यू या अन्य कोई कार्य नहीं कर पाएंगे।
यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि नियमों का उल्लंघन करने वाले चालान का भुगतान समय पर करें। RC लॉक होने से वाहन मालिक को भविष्य में भी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए हाई-टेक कैमरों का उपयोग
पंजाब सरकार ने ट्रैफिक व्यवस्था को डिजिटल और कुशल बनाने के लिए हाई-टेक कैमरों का सहारा लिया है। इन चार शहरों के प्रमुख चौराहों पर पी.टी. जैड कैमरे, ए.एन.पी.आर. कैमरे, और बुलेट कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रिकॉर्ड करेंगे और सही चालान जारी करने में मदद करेंगे।
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों का कहना है कि योजना के अगले चरण में राज्य के बाकी जिलों में भी इसे लागू किया जाएगा। इससे ट्रैफिक संचालन में सुधार के साथ ही सड़क दुर्घटनाओं और ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।
योजना का उद्देश्य और लाभ
यह योजना केवल ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन को रोकने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके व्यापक उद्देश्य हैं: की डिजिटल ट्रैफिक प्रबंधन: चालान प्रक्रिया को डिजिटल बनाने से ट्रैफिक संचालन में पारदर्शिता आएगी। और सभी अपराध नियंत्रण: कैमरों की मौजूदगी से लोग अधिक सतर्क रहेंगे और नियमों का पालन करेंगे। इसके आलावा राजस्व वृद्धि: चालान की डिजिटल प्रक्रिया से सरकार का राजस्व बढ़ेगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी।
भविष्य में योजना का विस्तार
ट्रैफिक विभाग के अनुसार, चार शहरों में सफलता मिलने के बाद यह योजना पूरे पंजाब में लागू की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय प्रशासन योजना के सफल कार्यान्वयन के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।