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RBI ने तीन बड़े सरकारी बैंकों पर लगाया जुर्माना! जानें ग्राहकों पर क्या होगा असर?

जम्मू एंड कश्मीर बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और केनरा बैंक पर सख्त कदम, नियमों के उल्लंघन पर हुई कार्रवाई; ग्राहकों की सेवाओं पर कोई असर नहीं, लेकिन जुर्माने की वजह जानना जरूरी!

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RBI ने तीन बड़े सरकारी बैंकों पर लगाया जुर्माना! जानें ग्राहकों पर क्या होगा असर?
RBI ने तीन बड़े सरकारी बैंकों पर लगाया जुर्माना! जानें ग्राहकों पर क्या होगा असर?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने नियामकीय अनुपालन में खामियां पाए जाने पर तीन प्रमुख सरकारी बैंकों और एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) पर जुर्माना लगाया है। जम्मू एंड कश्मीर बैंक (J&K Bank), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India), और केनरा बैंक (Canara Bank) पर यह कार्रवाई की गई है। सबसे ज्यादा पेनाल्टी जम्मू एंड कश्मीर बैंक पर लगाई गई है।

जम्मू एंड कश्मीर बैंक पर 3.31 करोड़ रुपये का जुर्माना

जम्मू एंड कश्मीर बैंक पर 3.31 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया गया है। यह कार्रवाई बैंक के वित्तीय समावेशन, बुनियादी सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट (BSBDA), ‘केवाईसी’ (KYC), और ऋण और अग्रिम से संबंधित नियमों का पालन न करने के कारण की गई है।

आरबीआई ने स्पष्ट किया कि यह जुर्माना बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के तहत लगाया गया है। हालांकि, इस जुर्माने का ग्राहकों के बैंकिंग अनुभव पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा।

बैंक ऑफ इंडिया पर 1 करोड़ रुपये का जुर्माना

बैंक ऑफ इंडिया पर बैंकिंग विनियमन अधिनियम के प्रावधानों का पालन न करने के लिए 1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। हालांकि, आरबीआई ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य ग्राहकों के साथ हुए लेनदेन की वैधता को प्रभावित करना नहीं है, बल्कि यह बैंकों को उनकी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत करने का एक उपाय है।

केनरा बैंक पर 1.63 करोड़ रुपये का जुर्माना

आरबीआई ने सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक पर भी 1.63 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना प्राथमिकता क्षेत्र ऋण, बीएसबीडीए (BSBDA), और जमा पर ब्याज दर से जुड़े नियमों का पालन न करने के लिए लगाया गया है।

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एनबीएफसी पर भी हुई कार्रवाई

गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) डेटसन एक्सपोर्ट्स, पश्चिम बंगाल पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। यह जुर्माना वित्तीय सेवाओं की आउटसोर्सिंग में जोखिम प्रबंधन और कोड ऑफ कंडक्ट का पालन न करने के लिए लगाया गया है।

आरबीआई ने क्या कहा?

हर मामले में आरबीआई ने कहा कि यह दंड संस्थाओं द्वारा वैधानिक और नियामक अनुपालन में खामियों पर आधारित हैं। इसका उद्देश्य ग्राहकों के साथ हुए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल उठाना नहीं है।

ग्राहकों पर जुर्माने का असर

ग्राहकों के लिए राहत की बात यह है कि आरबीआई द्वारा लगाए गए इस जुर्माने का उनके बैंकिंग अनुभव पर कोई असर नहीं पड़ेगा। बैंक का संचालन और सेवाएं पहले की तरह जारी रहेंगी। ग्राहकों के जमा धन या सुविधाओं पर इसका कोई प्रभाव नहीं होगा।

आरबीआई की सख्ती और बैंकिंग सिस्टम पर प्रभाव

यह कार्रवाई बैंकिंग प्रणाली में अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए आरबीआई की सख्ती को दर्शाती है। यह बैंकों को उनकी जिम्मेदारियों और नियमों के पालन के प्रति और अधिक सतर्क बनाएगी।

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