
हाल ही में, इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी की ‘लक्ज़री रेजिडेंशियल आउटलुक सर्वे 2025’ रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 62% अमीर और अत्यंत अमीर लोग अगले दो वर्षों में रियल एस्टेट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं। यह सर्वेक्षण 623 अमीर व्यक्तियों पर आधारित था। हालांकि, पिछले वर्ष यह आंकड़ा 71% था, जो इस वर्ष घटकर 62% हो गया है, फिर भी रियल एस्टेट में निवेश की मांग मजबूत बनी हुई है।
भारत के अमीर निवेशकों का रियल एस्टेट में बढ़ता रुझान इस सेक्टर की मजबूती को दर्शाता है। विशेषकर लक्ज़री प्रॉपर्टीज में निवेश की बढ़ती मांग और उच्च रिटर्न की उम्मीदें इस क्षेत्र को और भी आकर्षक बना रही हैं। हालांकि, सामान्य जनता के लिए बढ़ती कीमतें एक चुनौती हो सकती हैं, लेकिन अमीर निवेशकों के लिए रियल एस्टेट अभी भी एक लाभदायक निवेश विकल्प बना हुआ है।
निवेश पर रिटर्न की उम्मीदें
रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश अमीर निवेशक रियल एस्टेट में 12% से 18% तक के रिटर्न की उम्मीद कर रहे हैं। लगभग 38% निवेशकों का मानना है कि रिटर्न 12% से कम होगा, जबकि 15% निवेशक 18% से अधिक रिटर्न की आशा कर रहे हैं।
लक्ज़री रियल एस्टेट की बढ़ती मांग
- डीएलएफ (DLF), भारत की प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी, ने हाल ही में गुरुग्राम में अपने ‘सुपर लक्ज़री’ होम प्रोजेक्ट ‘द डहलियाज’ में $1.4 बिलियन की रिकॉर्ड बुकिंग हासिल की है। यह प्रोजेक्ट कुल 420 यूनिट्स का है, जिनकी औसत कीमत $8 मिलियन प्रति यूनिट है। इस प्रोजेक्ट की कुल मूल्य $4 बिलियन आंकी गई है।
भारत में रियल एस्टेट की वर्तमान स्थिति
रियल एस्टेट सेक्टर में अमीर निवेशकों का रुझान बढ़ रहा है, विशेषकर लक्ज़री प्रॉपर्टीज और प्रीमियम लोकेशन्स में। हालांकि, भारत की आर्थिक स्थिति में थोड़ी सुस्ती आई है, लेकिन रियल एस्टेट में निवेश को लेकर विश्वास मजबूत है। डीएलएफ के प्रबंध निदेशक अमित गोयल के अनुसार, “2025 के लिए भारत का लक्ज़री रियल एस्टेट बाजार निरंतर वृद्धि के लिए तैयार है, रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में घरों की कीमतें 2025 में 6.5% बढ़ने की उम्मीद है, जिसमें प्रमुख योगदान अमीर निवेशकों का होगा। हालांकि, बढ़ती महंगाई के कारण अधिकांश लोगों के लिए घर खरीदना कठिन हो सकता है।