
प्रयागराज में महाकुंभ मेले 2025 के चलते जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। शहर में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों की पढ़ाई 5 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह आदेश जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से जारी किया गया है। प्रशासन ने यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के उद्देश्य से लिया है।
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ऑनलाइन पढ़ाई कराने का कारण
प्रशासन ने महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया है। अनुमान है कि शहर की सड़कों पर अत्यधिक भीड़ होगी, जिससे स्कूल आने-जाने वाले छात्रों को कठिनाई हो सकती है। छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यातायात अव्यवस्था से बचने के लिए जिला प्रशासन ने सभी स्कूलों को 5 फरवरी तक ऑनलाइन मोड में संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
शिक्षकों और अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य
भले ही छात्रों के लिए स्कूल बंद रहेंगे, लेकिन शिक्षकों और अन्य स्टाफ को विद्यालय में उपस्थित रहना होगा। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन सुचारू रूप से किया जाए और छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। प्रशासनिक कार्यों और ऑनलाइन पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए यह निर्देश दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक अवध किशोर सिंह ने भी इस आदेश की पुष्टि की है।
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ऑनलाइन पढ़ाई के लिए किए जा रहे जरूरी इंतजाम
प्रशासन ने सभी स्कूलों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए आवश्यक तकनीकी संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। शिक्षकों को सलाह दी गई है कि वे Zoom, Google Meet, Microsoft Teams जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करें। छात्रों को बिना किसी रुकावट के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, यह सुनिश्चित करने के लिए शिक्षा विभाग सक्रिय रूप से प्रयास कर रहा है।
प्रैक्टिकल परीक्षाएं तय समय पर होंगी
- महाकुंभ मेले के दौरान भी प्रैक्टिकल परीक्षाएं अपने तय समय पर ही आयोजित की जाएंगी। जिला विद्यालय निरीक्षक ने स्पष्ट किया है कि इन परीक्षाओं को आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। छात्रों और अभिभावकों को इस संबंध में उचित मार्गदर्शन और जानकारी प्रदान की जाएगी, जिससे वे समय पर परीक्षा की तैयारी कर सकें।
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अभिभावकों से सहयोग की अपील
- प्रशासन ने अभिभावकों से अनुरोध किया है कि वे अपने बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई में सहयोग करें। अभिभावकों की यह जिम्मेदारी होगी कि वे यह सुनिश्चित करें कि छात्र समय पर अपनी ऑनलाइन कक्षाओं में शामिल हों और पढ़ाई पर पूरा ध्यान दें।
यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने की योजना
महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज की यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए प्रशासन ने विशेष योजना बनाई है। लाखों श्रद्धालुओं के आगमन से सड़कों पर भीड़ बढ़ने की संभावना है, जिससे ट्रैफिक जाम हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्कूलों को ऑनलाइन मोड में संचालित करने का निर्णय प्रशासन के अनुसार एक प्रभावी कदम होगा।
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छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
प्रशासन ने यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए लिया है। अत्यधिक भीड़ के कारण विद्यालय जाने-आने में छात्रों और शिक्षकों को असुविधा हो सकती थी। इस चुनौती से निपटने के लिए ऑनलाइन शिक्षा का विकल्प चुना गया है।
ऑनलाइन शिक्षा से छात्रों को होने वाले लाभ
- सुरक्षित पढ़ाई का माहौल – घर पर रहकर पढ़ाई करने से छात्र भीड़भाड़ से बच सकते हैं।
- तकनीकी शिक्षा का लाभ – छात्र डिजिटल शिक्षा प्रणाली से अधिक परिचित होंगे।
- समय की बचत – स्कूल आने-जाने में लगने वाले समय की बचत होगी।
- लाइव क्लास और रिकॉर्डिंग सुविधा – ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से छात्र पढ़ाई जारी रख सकेंगे।