
उत्तर भारत में शीतलहर और कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। तापमान में गिरावट और प्रतिकूल मौसम के कारण उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा है। विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए इन ठंडे दिनों में घर पर रहना सुरक्षित माना गया है।
अयोध्या में 25 जनवरी तक बंद रहेंगे स्कूल
अयोध्या में जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने शीतलहर के मद्देनजर कक्षा 5 तक के सभी स्कूलों को 25 जनवरी, 2025 तक बंद रखने का आदेश दिया है। कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। अब इन कक्षाओं के लिए स्कूल सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक संचालित होंगे। यह आदेश सरकारी, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और सभी बोर्ड के विद्यालयों पर लागू होता है।
अधिकारियों ने मौसम की स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है। मौसम में सुधार के बाद ही स्कूलों को सामान्य समय पर चलाने का निर्णय लिया जाएगा।
मिर्जापुर में घने कोहरे और तूफानी बारिश की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने 22 और 23 जनवरी को मिर्जापुर में घने कोहरे और तूफानी बारिश की संभावना जताई है। जिला प्रशासन ने इसी के मद्देनजर 21 जनवरी तक कक्षा 8 तक के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया था। हालांकि, 22 जनवरी से स्कूलों को दोबारा खोलने की योजना है।
शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए प्रशासनिक कार्यों, जैसे डीबीटी और यू-डीआईएसई से संबंधित कार्यों के लिए सुबह 10:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक स्कूलों में उपस्थिति अनिवार्य की गई थी।
अन्य जिलों में स्कूलों के खुलने की प्रक्रिया शुरू
कुछ जिलों में मौसम में सुधार होने के बाद स्कूलों को फिर से खोल दिया गया है। लखनऊ, फर्रुखाबाद, झांसी और हाथरस जैसे जिलों में जहां पहले शीतलहर के कारण 17 जनवरी तक छुट्टियां घोषित की गई थीं, वहां अब अधिकांश स्कूलों में कक्षाएं 20 जनवरी से शुरू हो चुकी हैं। हालांकि, प्रशासन ने स्थिति पर लगातार निगरानी बनाए रखी है और आवश्यकतानुसार निर्णय लिया जा रहा है।
दिल्ली में कोहरा बना बाधा
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ। मंगलवार, 21 जनवरी की सुबह कोहरे की मोटी परत छाई रही, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। कोहरे के कारण रेल सेवाएं बाधित हुईं और सड़क यातायात भी धीमा रहा।
ठंड से बचाव के लिए प्रशासन सतर्क
ठंड के प्रकोप को देखते हुए प्रशासन ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बच्चों को गर्म कपड़े पहनने, हीटर या आग का उपयोग सुरक्षित रूप से करने और ठंडे वातावरण से बचने की सलाह दी गई है। जिलाधिकारी और स्कूल प्रशासन मौसम की स्थितियों के आधार पर समय-समय पर नए निर्देश जारी कर रहे हैं।