
बचे हुए चावल से फ्राइड राइस बनाना और खाना लगभग हर घर में आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है? न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटीशियन शिखा शर्मा अग्रवाल के अनुसार, चावल को दोबारा गर्म करके खाने से फूड प्वाइजनिंग और पाचन तंत्र की समस्याएं हो सकती हैं।
चावल को दोबारा गर्म करना: जोखिम और सच्चाई
चावल को रीहीट करना या दोबारा गर्म करना सही है या नहीं, इस पर लंबे समय से बहस चल रही है। चावल को ठंडा होने के बाद बेसिलस सेरेस (Bacillus Cereus) नामक बैक्टीरिया विकसित होने लगते हैं। इन बैक्टीरिया को रीहीट करने पर नष्ट किया जा सकता है, लेकिन उनके विषैले तत्व चावल में मौजूद रहते हैं। जब ये जहरीले तत्व शरीर में जाते हैं, तो फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है।
पाचन तंत्र पर प्रभाव
चावल को बार-बार गर्म करने से उनके पोषक तत्व पूरी तरह खत्म हो जाते हैं। पोषक तत्व रहित चावल को पचाने में शरीर को अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। यह पाचन तंत्र को कमजोर कर सकता है और लंबे समय तक कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है।
गैस की समस्या और हृदय स्वास्थ्य
चावल को रीहीट करके खाने से गैस की समस्या भी हो सकती है। गैस से शरीर की नसों पर दबाव बढ़ता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लंबे समय तक इस समस्या को अनदेखा करना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है।
एक्सपर्ट की सलाह: इन बातों का रखें ध्यान
न्यूट्रिशनिस्ट शिखा शर्मा अग्रवाल के अनुसार, चावल को सही तरीके से सेवन करना बेहद जरूरी है। चावल को बनाने के 2 घंटे के अंदर खा लेना चाहिए। यदि बचे हुए चावल को फिर से इस्तेमाल करना है, तो उन्हें गर्म करने के बजाय ठंडे या फ्रिज में रखे हुए चावल का इस्तेमाल तुरंत करना चाहिए। विशेष रूप से थायरॉइड के मरीजों को दोबारा गर्म किए गए चावल खाने से बचना चाहिए।
क्या करें और क्या न करें?
चावल को रीहीट न करना सबसे सुरक्षित विकल्प है। अगर फ्राइड राइस पसंद है, तो कोशिश करें कि उसे ताजे चावल से ही बनाया जाए। इसके अलावा, यदि आप पहले से पाचन समस्याओं या गैस की शिकायत से जूझ रहे हैं, तो चावल को दोबारा गर्म करने से बचें।