
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक जिसमे बुधवार को ऐतिहासिक फैसले लिए गए। इस बैठक में देश के पांच राज्यों की कुछ जातियों को अनुसूचित जनजाति (Scheduled Tribe-ST) की सूची में शामिल करने का निर्णय किया गया। यह फैसला जनजातीय समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास में एक अहम मील का पत्थर साबित होगा। इसके साथ ही बैठक में फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप के भारत में आयोजन से जुड़े साइनिंग को भी मंजूरी दी गई।
अनुसूचित जनजाति में शामिल हुईं नई जातियां
कैबिनेट मीटिंग के बाद केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा और सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इस बारे में जानकारी दी। अर्जुन मुंडा ने कहा कि पांच राज्यों की कुछ विशेष जातियों को अनुसूचित जनजाति (ST) में शामिल करने का फैसला लिया गया है। यह कदम उन समुदायों को सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए उठाया गया है, जो अब तक हाशिए पर रहे थे।
उन्होंने बताया कि इस निर्णय के बाद इन जातियों को शिक्षा, रोजगार और सरकारी योजनाओं में आरक्षण का लाभ मिलेगा। इससे इन जनजातियों के जीवन स्तर में सुधार होगा और वे मुख्यधारा से जुड़ पाएंगे।
फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप को मिली मंजूरी
बैठक में खेलों को बढ़ावा देने के लिए भी एक बड़ा फैसला लिया गया। फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप 2022 की साइनिंग को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी। यह विश्व कप 11 से 30 अक्टूबर के बीच भारत में आयोजित किया जाएगा। टूर्नामेंट के मैच नवी मुंबई, गोवा और भुवनेश्वर में खेले जाएंगे।
सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि यह आयोजन भारत में फुटबॉल के विकास को नई दिशा देगा और महिला खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। उन्होंने कहा कि भारत में इस तरह का आयोजन करना खेल क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि है।
सामाजिक विकास की ओर बड़ा कदम
अनुसूचित जनजाति की सूची में नई जातियों को जोड़ने का यह फैसला केंद्र सरकार के “सबका साथ, सबका विकास” की भावना को और मजबूत करता है। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि देश के हर नागरिक को विकास की मुख्यधारा में लाने के प्रयास किए जाएं।
जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह फैसला न केवल सामाजिक समानता को बढ़ावा देगा, बल्कि इससे इन समुदायों को अपनी सांस्कृतिक पहचान को सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगी। इसके अलावा, यह कदम भारत के जनजातीय समाज को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
भारत में फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप के मायने
भारत में फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप का आयोजन देश की खेल संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करने का बेहतरीन अवसर है। इस टूर्नामेंट से महिला फुटबॉल को नए स्तर पर ले जाने की उम्मीद है।
यह आयोजन देश के युवाओं के बीच खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनकी रुचि को प्रोत्साहित करने का एक मंच साबित होगा। फीफा के इस बड़े आयोजन के जरिए भारत खेल क्षेत्र में अपनी पहचान को और मजबूत करेगा।
कैबिनेट का फैसला: सामाजिक और खेल क्षेत्र में विकास की दिशा
कैबिनेट की इस बैठक के दौरान लिए गए फैसले सामाजिक न्याय और खेल विकास, दोनों क्षेत्रों में सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। जहां एक ओर अनुसूचित जनजाति में नई जातियों को जोड़कर सरकार ने समाज के पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है, वहीं दूसरी ओर फीफा अंडर-17 विमेंस वर्ल्ड कप की मंजूरी ने खेलों में भारत की बढ़ती भागीदारी को रेखांकित किया है।