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28 फरवरी तक स्कूल बंद! कड़ाके की ठंड के चलते सरकार का बड़ा फैसला School Holiday

जम्मू और कश्मीर में भारी ठंड के चलते सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को शीतकालीन अवकाश देने का निर्णय लिया गया है। 28 फरवरी 2025 तक छुट्टियों के बाद छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए मिलेगी पूरी छूट। जानिए इस निर्णय के पीछे की पूरी कहानी!

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28 फरवरी तक स्कूल बंद! कड़ाके की ठंड के चलते सरकार का बड़ा फैसला School Holiday
28 फरवरी तक स्कूल बंद! कड़ाके की ठंड के चलते सरकार का बड़ा फैसला School Holiday

जम्मू और कश्मीर सरकार ने राज्य के कश्मीर घाटी और जम्मू संभाग के शीतकालीन क्षेत्र के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के लिए शीतकालीन अवकाश की आधिकारिक घोषणा की है। यह निर्णय छात्रों और शिक्षकों की सुविधा तथा बढ़ते ठंड के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। राज्य की शिक्षा मंत्री, सकीना इटू ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं और यह आदेश सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा किया गया।

कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश

जम्मू और कश्मीर सरकार ने कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश की अवधि 10 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक निर्धारित की है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और ठंड से बचाव के मद्देनजर लिया गया है। कक्षा 5 तक के छोटे बच्चों को इस अवधि में राहत मिलेगी, जिससे वे आराम कर सकेंगे और अपने परिवार के साथ समय बिता सकेंगे। सरकार का मानना है कि कड़े ठंडे मौसम में बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए, जिससे वे स्वस्थ रह सकें।

कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए छुट्टियों की अवधि

कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश 16 दिसंबर 2024 से 28 फरवरी 2025 तक रहेगा। यह निर्णय मुख्य रूप से ठंड के मौसम में स्कूल जाने में होने वाली कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। इस दौरान छात्रों को अपनी पढ़ाई और आगामी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलेगा। ऐसे में छात्र इस अवधि का उपयोग अपनी पढ़ाई में अधिक ध्यान देने के लिए कर सकेंगे, जबकि ठंडी के कारण बाहर जाना भी कठिन हो सकता है।

शिक्षण स्टाफ के लिए विशेष निर्देश

सरकारी स्कूलों और हायर सेकेंडरी स्कूलों के शिक्षण स्टाफ के लिए एक विशेष निर्देश जारी किया गया है। शिक्षकों को 10 फरवरी 2025 से अपने-अपने मुख्यालय में उपस्थित रहने का आदेश दिया गया है। यह कदम कक्षा 10, 11 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। शिक्षकों को इस दौरान छात्रों को मार्गदर्शन देने और परीक्षा की तैयारी करने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।

ऑनलाइन मार्गदर्शन पर जोर

कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों के लिए शिक्षा विभाग ने विशेष निर्देश जारी किया है, जिसमें यह बताया गया है कि छुट्टियों के दौरान छात्रों को ऑनलाइन मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार, छात्रों की पढ़ाई पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा और वे डिजिटल माध्यमों के माध्यम से अपने अध्ययन को जारी रख सकेंगे। शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया गया है कि वे ऑनलाइन शैक्षिक सहायता उपलब्ध कराएं। शिक्षा विभाग ने चेतावनी दी है कि यदि स्कूल प्रमुखों या शिक्षकों ने इन आदेशों का पालन नहीं किया, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

छात्र और अभिभावकों की प्रतिक्रिया

जम्मू और कश्मीर सरकार के इस कदम का छात्रों और अभिभावकों द्वारा स्वागत किया जा रहा है। अभिभावक इस निर्णय को बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए आवश्यक मानते हैं, खासकर जब तापमान शून्य से नीचे चला जाता है। छात्रों का मानना है कि इस समय में वे न केवल अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, बल्कि आराम करने का भी समय मिलेगा। यह निर्णय उनके लिए मानसिक और शारीरिक रूप से भी सहायक साबित हो सकता है।

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शिक्षा विभाग की भूमिका

शिक्षा विभाग ने इस आदेश को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सभी स्कूलों को इस कार्यक्रम का पालन करना अनिवार्य किया गया है। इसके अतिरिक्त, शिक्षा विभाग ने छात्रों को इस शीतकालीन अवकाश के दौरान घर पर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया है। छात्रों को अपने कमजोर विषयों पर ध्यान देने के लिए और मॉक टेस्ट का अभ्यास करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

ठंड के मौसम का प्रभाव और सरकार का निर्णय

जम्मू-कश्मीर के शीतकालीन क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव बहुत ज्यादा रहता है, खासकर दिसंबर से फरवरी तक। इस दौरान भारी बर्फबारी और ठंडी हवाओं के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित होता है। इन कठिन परिस्थितियों को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है, जिससे बच्चों को ठंड के प्रकोप से बचाया जा सके और उन्हें उचित सुरक्षा मिले।

बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी का महत्व

कक्षा 10, 11 और 12 के छात्रों के लिए शीतकालीन अवकाश का समय अत्यंत महत्वपूर्ण है। ये छात्र बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, और छुट्टियों का सही उपयोग उनके लिए सफलता की कुंजी हो सकता है। सरकार ने सुनिश्चित किया है कि इस अवधि में छात्रों को हर संभव मदद मिल सके, ताकि वे अपनी परीक्षाओं के लिए अच्छे से तैयार हो सकें। शिक्षकों को छात्रों के मार्गदर्शन के लिए ऑनलाइन माध्यमों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है, ताकि शिक्षा का स्तर बनाए रखा जा सके।

छात्रों के लिए सुझाव

छुट्टियों के दौरान छात्रों को अपनी पढ़ाई के लिए एक ठोस योजना बनाने की सलाह दी जाती है। उन्हें अपने कमजोर विषयों पर विशेष ध्यान केंद्रित करना चाहिए और बोर्ड परीक्षाओं के लिए मॉक टेस्ट का अभ्यास करना चाहिए। साथ ही, अपनी सेहत का भी ध्यान रखें और ठंड से बचाव के उपाय अपनाएं।

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